एक विचार
जगने सोने में.
जाने कितना समय लगेगा,
कहा नहीं था किसी ने मुझसे,
मुझको प्यार करो,
मैंने प्यार किया भी था ,
तो अपना मर्जी से,
कितना प्यार करूंगा यह,
मुझको भी पता नहीं,
पता उन्हें भी तभी लगेगा ,
जब मैं इजहार करूं,
या जब वह एहसास करे
कोई बताए क्या रक्खा है
रोने धोने में,
तब तक दिन भी कट जाएँगे, जगने सोने में.
जाने कितना समय लगेगा,
इनके होने में,
बीत ही जाए जीवन मेरा ,
स्वप्न सलोने में,
एम.आर.अयंगर
8462021340