गुरुवार, 5 अक्तूबर 2017

सोमवार, 2 अक्तूबर 2017

ये कैसा दशहरा

                           ये कैसा दशहरा

आज मेरे देश में 
ये क्या हो रहा है.
दहशत भरी है हवा में,
डर लग रहा है, 
कहीं इस  देश में
इस दशहरा में रावण की जगह,
राम तो नहीं जल रहा है.


पता नहीं कबसे,
हर दशहरे रावण जल रहा है,
पर आज देश में 
लंकेश का 
राज चल रहा है.
होलिका दहन की जगह 
शायद सीता दहन हो रहा है.


उठो नागरिक, 
अब बनो राम
दो दश-आनन को ज्ञान दान, 
शर चाप सँभालो फिर से तुम, 
दस आनन धड़ छोड़ गिरें
राक्षस सेना बेहोश मरे, 
फिर रामराज्य आ जाए यहाँ,
रावण कहीं भी जाए समा. 
दानव को वीर गति दे दो
भारत को फिर से मति दे दो.